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अमेरिका को मजबूत करने की दिशा में डॉ. बिंदुकुमार कंसुपाड़ा ने की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सराहना

कंसुपाड़ा ने अमेरिकी राष्ट्र को मजबूत करने में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के योगदान की भी सराहना की । उन्होंने कहा कि बाइडेन अद्भुत काम कर रहे हैं। कंसुपाड़ा ने साक्षात्कार के अंत में कहा कि उम्मीद है कि जो भी अगली बार सत्ता में आएगा वह पहले अमेरिका के बारे में सोचेगा न कि वामपंथी या दक्षिणपंथी के रूप में। और मैं भारत के लिए भी यही चाहता हूं ।

भारतीय-अमेरिकी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिंदुकुमार कंसुपाड़ा ने मध्यम वर्ग को गौरवान्वित करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। कंसुपाड़ा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगर मोदी शीर्ष भारतीय नेता के रुप में वापस आते हैं तो वे 'वसुधैव कुटुंबकम’ (दुनिया एक परिवार है) के विचार के तहत दुनिया को एक साथ लाएंगे।

कंसुपाड़ा ने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि उन्हें लगता है कि अगर मोदी जीतते हैं तो वह पूरी आबादी के नेता होंगे। चाहे वह हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध या आदिवासी लोग ही क्यों ना हों। वह भारत के सभी पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्हें विश्वास है कि वह भारत को एकजुट करेंगे।

कंसुपाड़ा ने इस बात पर भी आशा व्यक्त की कि कैसे भारत में डॉक्टरों के लिए नौकरी के अवसर कई गुना बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत आभारी हूं कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे दृष्टिकोण से मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया है वह प्रशंसा के योग्य है। क्योंकि जब वह मुंबई गए थे तब मुंबई में केवल चार मेडिकल स्कूल थे लेकिन अब हर जिले में एक मेडिकल स्कूल है और भारत में कुल 700 से अधिक मेडिकल स्कूल हैं और अगर मुझे याद है तो 1970 में भारत में केवल 5 आईआईटी थे लेकिन अब हमारे पास 23 आईआईटी हैं । 

साक्षात्कार के दौरान कंसुपाड़ा ने कहा कि भारत में विकास बहुत हुआ है। आज भारतीय युवाओं में आत्मविश्वास का स्तर बहुत बढ़ा है। पहले से कहीं अधिक हवाई अड्डे हैं। इसके अलावा भारत के हैप्पीनेस इंडेक्स में सुधार हो रहा है। लोग अब अधिक आत्मनिर्भर हैं और मुझे लगता है कि लोगों को भारतीय होने पर गर्व है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे दिनों में हम सभी को अवसरों के लिए अमेरिका आना पड़ता था। मुझे आश्चर्य नहीं होगा कि मेरे बच्चे जो यहां पैदा हुए और पले-बढ़े हैं उन्हें भविष्य में व्यवसाय ,विकास या सामुदायिक मामलों के लिए भारत का दौरा करना पड़ सकता है क्योंकि भारत अब उत्कृष्टता का केंद्र है।

आगे उन्होंने कहा जैसा कि आप जानते हैं कि आईआईटियन अमेरिका में बहुत सारे व्यवसायिक विकास को नियंत्रित कर रहे हैं। इसके अलावा, भारत के कारण हमारे पास एक लाख से अधिक भारतीय डॉक्टर हैं जो अमेरिका में स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने यह भी कहा - उन्हें विश्वास है कि अगर मोदी सत्ता में लौटे, तो वह अपनी महत्वाकांक्षी वसुधैव कुटुंबकम इच्छा के तहत "दुनिया को एक साथ लाएंगे"।

आपको बता दें कंसुपाड़ा ने अमेरिकी राष्ट्र को मजबूत करने में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के योगदान की भी सराहना की । उन्होंने कहा कि बाइडेन अद्भुत काम कर रहे हैं। कंसुपाड़ा ने साक्षात्कार के अंत में कहा कि उम्मीद है कि जो भी अगली बार सत्ता में आएगा वह पहले अमेरिका के बारे में सोचेगा न कि वामपंथी या दक्षिणपंथी के रूप में। और मैं भारत के लिए भी यही चाहता हूं । 

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