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लंबी लाइन से मिल जाएगा छुटकारा, भारत के 14 एयरपोर्ट पर शुरू हो रही है यह सुविधा

चेहरे की पहचान वाली टेक्नोलॉजी (FRT) पर आधारित डिजी यात्रा पहल का लक्ष्य 2024 के अंत तक भारत में कुल 38 हवाई अड्डों को कवर करना है, जिसमें पहले चरण में 14 हवाई अड्डे और दूसरे चरण में 11 अन्य हवाई अड्डे शामिल हैं।

FRT का उपयोग करते हुए डिजी यात्रा सिस्टम यात्रियों की पहचान करती है। / @Danila

चेहरे की पहचान वाली टेक्नोलॉजी (FRT) पर आधारित डिजी (Digi) यात्रा एयरपोर्ट्स के अलग-अलग सिक्योरिटी पॉइंट पर यात्रियों को कॉन्टैक्टलेस, बेरोकटोक आवाजाही प्रदान करती है। जिससे फिजिकल बोर्डिंग पास की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। डिजी यात्रा इस महीने भारत के अतिरिक्त 14 हवाई अड्डों तक विस्तार लेने की संभावना है। यह जानकारी डिजी यात्रा फाउंडेशन के सीईओ सुरेश खडकभावी ने दी।

पिछले साल के अंत में भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की कि शुरुआती चरण के दौरान 14 हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा सुविधा लागू की जाएगी, इसके बाद 2024 में दूसरे चरण के दौरान अतिरिक्त 11 हवाई अड्डे पर इसकी शुरुआत की जाएगी।

एक रिपोर्ट के अनुसार इस सुविधा के लिए समय सीमा फिलहाल तय नहीं की गई है। लेकिन अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो उन्हें अप्रैल के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। डिजी यात्रा पहल का लक्ष्य 2024 के अंत तक भारत में कुल 38 हवाई अड्डों को कवर करना है, जिसमें पहले चरण में 14 हवाई अड्डे और दूसरे चरण में 11 अन्य हवाई अड्डे शामिल हैं।

FRT का उपयोग करते हुए डिजी यात्रा सिस्टम यात्रियों की पहचान करती है। यह प्रणाली दिसंबर 2022 में शुरू की गई थी। यह वर्तमान में 13 घरेलू हवाई अड्डों पर लगभग 50 लाख यूजर्स को सेवा प्रदान करती है। अगर रिपोर्ट की मानें तो संभावित नए हवाई अड्डों की सूची जो जल्द ही इस डिजी यात्रा ऐप को हासिल कर सकती है, उनमें भुवनेश्वर, बागडोगरा, चेन्नई, चंडीगढ़, कोयंबटूर, डाबोलिम, इंदौर, मैंगलोर, रायपुर, पटना, रांची, श्रीनगर, त्रिवेंद्रम और विशाखापट्टनम शामिल हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सुविधा का विस्तार करने के प्रयास चल रहे हैं। डेटा गोपनीयता पर चिंताओं के बावजूद खडकभवी ने आश्वासन दिया कि डिजी यात्रा यात्रियों के डेटा को संग्रहीत नहीं करती है। यह पूरी तरह से उपयोगकर्ताओं के फोन पर उनके नियंत्रण में रहता है।

जहां डिजी यात्रा धीरे-धीरे स्पीड पकड़ रही है, यात्रियों की पर्सनल जानकारी और गोपनीयता के बारे में अलग-अलग चिंताएं जताई गई हैं। मार्च में डिजी यात्रा यूजर्स करे पुराने ऐप को अनइंस्टॉल करना पड़ा, एक नया डाउनलोड करना पड़ा और डेटा सुरक्षा के बारे में चिंताओं को बढ़ाते हुए फिर से रजिस्ट्रेशन करना पड़ा। हालांकि, खडकभावी ने कहा कि डिजी यात्रा के लिए यात्री डेटा एन्क्रिप्टेड संग्रहित हैं। खडकभावी ने कहा कि डिजी यात्रा में यूजर्स के लिए ज्यादा यूजर फ्रेंडली एक्सपीरिएंस सुनिश्चित करने के लिए काम किया जा रहा है।

डिजी यात्रा फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है जो इस पहल का नेतृत्व करती है। जिसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (CIAL), बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL), दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL), हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (HIAL) और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) शामिल हैं।

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