भारतीय मूल के अमेरिकी टेक आंत्रप्रेन्योर सुंदर अय्यर के खिलाफ कैलिफोर्निया नागरिक अधिकार विभाग (सीआरडी) ने एक दलित ग्राहक के साथ भेदभाव और उत्पीड़न के आरोप में मामला दर्ज किया है। सिस्को के पूर्व सीईओ सुंदर ने HinduACTion की तरफ से हिंदूफोबिया पर आयोजित कांग्रेस ब्रीफिंग में अपनी बात रखी।
सुंदर अय्यर ने हालांकि अपनी कंपनी में कई दलितों को शीर्ष नेतृत्व के पदों पर नियुक्त किया था। इनमें उनके खिलाफ केस दर्ज कराने वाला व्यक्ति जॉन डो भी था। सीआरडी ने उन पर कम वेतन देने और जाति के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
सुंदर ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय अमेरिकी मैनेजरों के लिए सीआरडी के अलग नियम हैं। सीआरडी ने मेरे एक भारतीय अमेरिकी सहयोगी पर एक क्लाइंट को जाति के आधार पर उत्पीड़न करके परेशान करने का आरोप लगाया था। लेकिन उसने तो अपने बॉस के आदेश पर जॉन डो से वीकली स्टेटस रिपोर्ट के बारे में पूछा था। इसके बावजूद सीआरडी ने भारतीय अमेरिकी पर जाति आधारित उत्पीड़न का आरोप लगा दिया।
अय्यर ने सीआरडी पर कथित तौर पर तथ्यों से छेड़छाड़ करने, पिछली तारीख में दस्तावेज लिखने और हिंदू व भारतीय अमेरिकियों के खिलाफ जातिगत भेदभाव के आरोप गढ़ने के लिए शिकायतों को दबाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सही में देखा जाए तो सीआरडी ने हिंदू धर्म का अपमान किया है। अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उसने धर्म की अपमानजनक व्याख्याएं कीं और गलत बयानी की।
अय्यर ने आशंका जताई कि सीआरडी हिंदू और पूरे भारतीय अमेरिकी समुदाय के साथ तिरस्कार की भावना से पेश आ सकता है। उन्होंने दावा किया कि सीआरडी ने उनके लगभग 50 सहकर्मियों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया। उचित प्रक्रिया का पालन न करते हुए उन सभी को उच्च जाति का अधिकार दिया और उन पर भारत से अमेरिका में जाति व्यवस्था लाने का आरोप लगाया।
अय्यर ने दावा किया कि सीआरडी इक्वैलिटी लैब्स के साथ काम कर रहा है जो कि ब्राह्मण हिंदुओं को हिंसक रूढ़िवादी के रूप में पेश करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने सीआरडी पर न्याय विभाग से वित्त पोषित सीए बनाम हेट चार्टर के उल्लंघन का भी आरोप लगाया।
अय्यर ने अपने आरोपों में कहा कि सीआरडी ने लोगों का नस्लीय प्रोफाइल बनाया और भारतीय अमेरिकियों को रूढ़िवादी रूप से पेश किया। उन पर बिना सबूत दलित अमेरिकियों पर हमला करने का आरोप तक लगाया।
अय्यर के मुताबिक, सीआरडी का कहना है कि एक बार जाति का खुलासा हो जाने पर अमेरिका में दलित भारतीयों पर हमले होते है, उन्हें निशाना बनाया जाता है। हालांकि इस धारणा के पीछे उसने कभी कोई सबूत पेश नहीं किया। अय्यर ने न्याय विभाग से सीआरडी की जांच करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह एक ऐसी एजेंसी है जो सच्चाई से काम नहीं करती और सभी अमेरिकियों के लिए नुकसानदेह है।
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