कॉर्नेल यूनिवर्सिटी ने कॉर्नेल एन.एस. बावर्स कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग एंड इंफॉर्मेशन साइंस में सूचना विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर आदित्य वशिष्ठ को विविधता के माध्यम से शोध, शिक्षण और सेवा में उत्कृष्टता के लिए फैकल्टी अवॉर्ड से सम्मानित किया है। 2019 में स्थापित इस 15,000 डॉलर के पुरस्कार को उन फैकल्टी सदस्यों को दिया जाता है, जिन्होंने शोध, शिक्षण और सेवा में विविधता के लिए निरंतर और परिवर्तनकारी योगदान दिया है।
वशिष्ठ का काम दक्षिण एशिया तक फैला हुआ है। वह सामाजिक और आर्थिक परिणामों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से वंचित समुदायों के लिए AI प्रौद्योगिकियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनके इनोवेशन 250,000 से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, कम साक्षर व्यक्तियों और दृष्टिहीन सोशल मीडिया यूजर्स को लाभान्वित करते हैं।
वशिष्ठ ने कहा कि मैं पीछे छूटे लोगों के लिए तकनीक को डिजाइन करता हूं। यह दुनिया का 85 प्रतिशत हिस्सा है जिनकी इनकम बहुत कम है। ये लोग दमनकारी परिस्थितियों में काम कर रहे हैं और गहरे सामाजिक, डिजिटल और स्वास्थ्य असमानताओं वाले समाजों में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके शोध में कम आय वाले समुदायों में गलत सूचना और घृणास्पद भाषण का मुकाबला करने के लिए नए तरीके शामिल हैं। इसके अलावा भारत में सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए AI उपकरण डिजाइन करना भी शामिल है। इनके पास आमतौर पर केवल हाई स्कूल की शिक्षा और कम प्रशिक्षण होता है।
इथाका में वशिष्ठ हैक4इम्पैक्ट के संकाय निदेशक हैं। यह एक प्रोजेक्ट टीम है जो स्थानीय संगठनों के लिए तकनीकी समाधान विकसित करने के अवसर प्रदान करती है। वह 'कंप्यूटिंग एंड ग्लोबल डेवलपमेंट' और 'टेक्नोलॉजी फॉर अंडरसर्व्ड कम्युनिटीज' जैसे पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं। इन्होंने 550 से अधिक छात्रों को शिक्षित किया है। उन्हें दुनिया भर की विविध आबादी के लिए प्रौद्योगिकियां डिजाइन करने के लिए तैयार किया है। इसके अलावा वशिष्ठ पीएचडी छात्रों को उनके करियर की तैयारी में समर्थन देने के लिए एक नौकरी बाजार श्रृंखला का सह-आयोजन करते हैं। उन्होंने वॉशिंगटन विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में पीएचडी की उपाधि हासिल की है।
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