डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिष्ठित राजनीतिक कार्यकर्ता एवं शोधकर्ता स्वर्गीय राहुल चोपड़ा की याद में एक मेमोरियल फंड की स्थापना की गई है। राहुल का इस साल की शुरुआत में निधन हो गया था।
एएपीआई अभियान ब्लू लीडरशिप कोलैबोरेटिव (बीएलसी) का समर्थन करने के लिए इस राहुल चोपड़ा मानद कोष की स्थापना सनीवेल में उनके परिवारिक घर में आयोजित समोराह में की गई। ये फंड बीएलसी को डेमोक्रेटिक कैंपेन को मैनेज करने के लिए नेताओं का सहयोग लेने, प्रशिक्षित करने और साथ बनाए रखने के मिशन में मदद करेगा।
डेमोक्रेटिक कांग्रेसनल कैंपेन कमेटी (डीसीसीसी) के शोध निदेशक राहुल अगली पीढ़ी के राजनीतिक पेशेवरों खासतौर से अश्वेत लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए चर्चित थे। उनके नेतृत्व और समर्पण ने सहयोगियों और व्यापक राजनीतिक समुदाय पर स्थायी प्रभाव छोड़ा है।
फंडरेजर्स ने शेफ जोस एंड्रेस द्वारा स्थापित वर्ल्ड सेंट्रल किचन का भी समर्थन किया। यह किचन मानवीय, जलवायु एवं सामुदायिक संकट के दौरान प्रभावित लोगों को ताजा भोजन प्रदान करने का काम करता है। अंधे एवं कमजोर नजर वाले लोगों की आजादी और समानता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठन लाइटहाउस फॉर द ब्लाइंड एंड विजुअली इम्पेयर्ड के लिए भी योगदान दिया गया।
राहुल का जन्म 24 अक्टूबर 1991 को कनाडा के वैंकूवर में हुआ था। उनकी परवरिश सनीवेल में हुई। जन्म से ही आंखें कमजोर होने के बावजूद उन्होंने अकादमिक और पेशेवर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
उन्होंने राजनीति विज्ञान में डिग्री के बाद यूसी इरविन से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने राजनीति में उल्लेखनीय योगदान दिया और सीनेटर डायने फेंस्टीन, कांग्रेसी माइक होंडा और सीनेटर मार्क केली के साथ काम किया।
अपने काम के प्रति राहुल के समर्पण और दूसरों को प्रेरित करने की उनकी क्षमता ने काफी लोगों को प्रभावित किया। उनके परिवार को उम्मीद है कि उनके नाम पर स्थापित मेमोरियल फंड से राहुल के अधूरे कार्यों को पूरा करने और उनकी स्मृतियों को जिंदा रखने में मदद मिलेगी।
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