अमेरिका के मैरीलैंड स्थित बाल्टीमोर शहर में मंगलवार को 'फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज' के एक खंभे से एक जहाज टकरा गया। इस टक्कर के बाद पुल का एक बड़ा हिस्सा पानी में समा गया। पुल से जो हजाज टकराया वो बाल्टीमोर से कोलंबो जा रहा था। मैरीलैंड राज्य पुलिस ने घोषणा की है कि ब्रिज के ढहने के बाद लापता हुए छह लोगों को अब मृत मान लिया गया है।
बताया गया है कि पोत जब पुल से टकराया उस वक्त उस पर निर्माण दल के श्रमिक गड्ढे भरने का काम कर रहे थे। हादसे में आठ निर्माण श्रमिकों को पटप्सको नदी के पानी में डूब गए थे। दो लोगों को बचा लिया गया है। ब्रॉनर बिल्डर्स के एक सीनियर अधिकारी जेफरी प्रित्जकर ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि पानी की गहराई और हादसे के बाद बीत चुके वक्त को देखते हुए बाकी छह को मृत माना जाता है।
मैरीलैंड के अधिकारियों ने इस आशंका के साथ सहमति जताई है। गोताखोरों की एक टीम की सहायता से अगली सुबह खोज के प्रयास फिर से शुरू होंगे। प्रित्जकर ने खुलासा किया कि चालक दल पुल के बीच में काम कर रहा था जब उसने अप्रत्याशित रूप से रास्ता दिया। इस तरह की तबाही पूरी तरह से अप्रत्याशित थी।
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने मैरीलैंड के बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज के ढहने से जुड़ी 'दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना' पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'बाल्टीमोर में 'फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज' के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना।' दूतावास ने उन भारतीय नागरिकों के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन बनाई है जो इस घटना के कारण प्रभावित हुए हो सकते हैं या उन्हें सहायता की आवश्यकता है। दूतावास जहाज के चालक दल के संबंध में विवरण का पता लगा रहा है।
हादसे का शिकार जहाज डली पर सवार चालक दल के सभी 22 सदस्य सुरक्षित बताए गए हैं। व्हाइट हाउस ने खुलासा किया है कि राष्ट्रपति बाइडन अधिकारियों के साथ चर्चा में लगे हुए हैं। मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने संवाददाताओं को बताया कि 1977 में बने पुल को जहाज के साथ टकराने से पहले नियमों के पालन में माना गया था। हालांकि, यह पता चला है कि वही जहाज 2016 में बेल्जियम के एंटवर्प के बंदरगाह पर एक पूर्व घटना में शामिल था, जहां यह उत्तरी सागर कंटेनर टर्मिनल को छोड़ने का प्रयास करते समय एक घाट से टकरा गया था।
अधिकारियों ने खुलासा किया कि मालवाहक जहाज के चालक दल ने पोत के पुल से टकराने से पहले अधिकारियों को 'बिजली संबंधी समस्या' के बारे में सचेत किया था जिससे पुल पर यातायात को सीमित किया जा सका। मैरीलैंड ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी ने घटना के कारण I-695 की ब्रिज पर दोनों दिशाओं में सभी लेन को बंद करने का संकेत देते हुए अलर्ट जारी किया था।
उन्होंने कहा कि जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को सचेत कर दिया कि उन्होंने अपने पोत से नियंत्रण खो दिया है। परिणामस्वरूप, स्थानीय अधिकारी पुल के ढहने से पहले उसे यातायात के लिए बंद कर पाए जिससे निस्संदेह लोगों की जान बची। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि यह एक भयानक दुर्घटना थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस समय, हमारे पास यह मानने के लिए कोई कारण नहीं है कि यह जानबूझकर किया गया कृत्य था। वह आपातस्थिति के मद्देनजर आवश्यक संघीय संसाधन भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम मिलकर उस बंदरगाह का पुनर्निर्माण करेंगे। उन्होंने वचन दिया कि संघीय सरकार पुल के पुनर्निर्माण की पूरी लागत वहन करेगी। वहीं, मैरीलैंड जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी एरेक बैरन ने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह संकेत करता हो कि पुल के ढहने का आतंकवाद से कोई संबंध है।
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