बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज के साथ एक विशाल कंटेनर जहाज डली के टकराने की बड़ी घटना के बाद जैसे ही ये सामने आया कि जहाज के क्रू में सभी भारतीय सदस्य हैं, सोशल मीडिया पर नस्लवादी टिप्पणियां शुरू हो गईं। वहीं, एक विवादास्पद कार्टून को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताई है। चालक दल के 22 सदस्य जो भारतीय थे, इन्हें अपमानजनक तरीके से चित्रित करते हुए उन्हें जर्जर पोशाक में दिखाया गया है। दिखाया गया है कि ये लोग भारतीय लहजे के साथ बोलते हैं और टक्कर की तैयारी कर रहे थे।
कार्टून में 'टक्कर से पहले डली के अंदर से अंतिम ज्ञात रिकॉर्डिंग' शीर्षक के साथ कैप्शन लिखा गया है। ग्राफिक में अंग्रेजी में एक-दूसरे को संबोधित करने वाले व्यक्तियों का ऑडियो शामिल है, लेकिन अतिरंजित भारतीय लहजे के साथ। लोगों ने न केवल भारतीयों के नस्लवादी चित्रण के लिए आलोचना की, बल्कि चालक दल के सदस्यों को नकारात्मक रूप में गलत तरीके से चित्रित करने के लिए भी आलोचना की। खासकर तब जब मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर और यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने उनके त्वरित कार्यों की प्रशंसा की, जिससे संभावित रूप से कई लोगों की जान बच गई।
@ThePollLady और @kalpeshxattarde सहित सोशल मीडिया यूजर्स ने समुद्री पायलटों की भूमिका पर प्रकाश डाला। आमतौर पर अमेरिकी जिन्हें पुलों के पास जहाजों को नेविगेट करने के लिए संघीय कानून द्वारा अनिवार्य किया जाता है। इसके बावजूद बाल्टीमोर पुल की घटना के दौरान सभी भारतीय चालक दल द्वारा प्रदर्शित वीरता निर्विवाद बनी हुई है। यह मामला नस्लवाद जैसे मुद्दों को संबोधित करने की आवश्यकता पर जोर देती है।
एक्स पर @munmun_dasneogi ने लिखा है कि 'कार्टून में केवल लंगोटी पहने हुए अस्त-व्यस्त पुरुषों को आसन्न दुर्घटना की तैयारी करते हुए दिखाया गया है। दुनिया इतनी निर्दयी कैसे हो सकती है? यह दयनीय है।' एक्स पर संजीव सान्याल लिखते हैं कि 'बाल्टीमोर नस्लवाद से पूरी तरह से बर्बाद शहर है ... निराधार आरोप लगाने से पहले खुद को देखो।'
भले ही नस्लवाद के कारण भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा हो, लेकिन वो भारतीय ही थे जिन्होंने स्थानीय प्रशासन को पॉवर आउटेज को लेकर त्वरित रूप से आगाह किया। इससे कई जानें बचीं। इसके बाद अन्य गाड़ियों को पुल की तरफ आने से समय रहते रोका जा सका। खुद राष्ट्रपति बाइडन ने भी इनकी प्रशंसा की थी।
बाल्टीमोर पुल ढहने के बाद मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति बाइडन ने मालवाहक जहाज पर कर्मियों की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की। उन्होंने कहा, जहाज पर सवार कर्मी मैरीलैंड परिवहन विभाग को सचेत करने में सक्षम थे कि उन्होंने अपने जहाज पर नियंत्रण खो दिया था, जिससे स्थानीय अधिकारियों को विनाशकारी प्रभाव से पहले पुल को यातायात के लिए बंद करने के लिए प्रेरित किया, एक ऐसा कदम था जिसने 'निस्संदेह' कई जीवन को बचाया।
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