कल्पना कीजिए कि आप बस बैठे हैं, फिर भी आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है। कमरे में कुछ कदम चलने से भी आपकी सांस फूल जाती है। पहले जो सांस सहज लगती थी, अब बड़ी मुश्किल और थकावट के साथ आती है। यह उन लोगों की सच्चाई है, जो फेफड़ों की बीमारी पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित हैं। यह बीमारी हर सांस को एक चुनौती बना देती है।
पल्मोनरी फाइब्रोसिस सिर्फ एक बीमारी नहीं है, यह जीवन बदलने वाली वास्तविकता है। यह न केवल मरीज को प्रभावित करती है, बल्कि उसकी देखभाल करने वालों और प्रियजनों पर भी असल डालती है।
अमेरिकी थोरैसिक सोसाइटी (ATS) ने हाल ही में अपने 'ब्रीथ ईज़ी: द लेटेस्ट' पॉडकास्ट की शुरूआत की। इसकी होस्ट पैट्टी त्रिपाठी हैं जो CNN की पूर्व हेडलाइन न्यूज एंकर और नेटवर्क टेलीविजन की पहली भारतीय अमेरिकी जर्नलिस्ट हैं। नए फॉर्मेट में त्रिपाठी पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप थेरेपी से जुड़ी खबरों से शुरुआत कर दी है। जागरूकता बढ़ाने के लिए वह एडवोकेट्स, एक्सपर्ट्स और मरीजों से चर्चा करेंगी।
ATS के मैनेजिंग डायरेक्टर केविन तुर्फ कहते हैं कि अमेरिकन थोरैसिक सोसाइटी एक ऐसा समुदाय है, जो दुनिया में लोगों को सांस लेना आसान बनाने पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि पैट्टी त्रिपाठी को 'ब्रीथ ईज़ी' पॉडकास्ट के होस्ट के रूप में क्यों चुना।
त्रिपाठी पल्मोनरी फाइब्रोसिस के कारण अपनी मां को खो चुकी हैं। उन्होंने अपने दुख को लोगों की भलाई का शक्तिशाली मंच बना लिया है। अपनी अनोखी गर्मजोशी और पत्रकारीय कौशल से वह लाइव डिस्कशन करती हैं और श्रोताओं को शिक्षित और सशक्त बनाती हैं। त्रिपाठी के लिए यह शो मां की यादों को सहेजने का एक तरीका है।
त्रिपाठी कहती हैं कि जिस तरह कि 2012 में मैंने 'साड़ीज टू सूट्स' चैरिटी शुरू की थी। उसी तरह इस पॉडकास्ट को भी मैंने अपनी मां की स्मृति में लॉन्च किया है जो इस लाइलाज बीमारी के साथ चार साल जूझती रहीं। त्रिपाठी ने अटलांटा में अपनी न्यूज एंकरिंग की नौकरी छोड़ दी ताकि सर्जरी के बाद उनकी देखभाल कर सकें, लेकिन उनकी मां कभी अस्पताल से बाहर नहीं आ सकीं।
त्रिपाठी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे अनुभव और अन्य लोगों की विशेषज्ञता से काफी लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकेंगी और वे दूसरों का जीवन सुधारने, लंबे समय तक जीने और बीमारियों से निपटने में मदद कर सकेंगे। मैं चाहती हूं कि 'ब्रीथ ईज़ी: द लेटेस्ट' ऐसे लोगों के लिए एक जगह बने, जो अपने प्रियजनों को बीमारियों से बचाने के लिए सही जानकारी ढूंढते हैं।
पहला एपिसोड पल्मोनरी फाइब्रोसिस की योद्धा और मेडिकल रिसर्च एडवोकेट टेरेसा बार्न्स के बारे में था जिन्होंने इस बीमारी की वजह से परिवार के पांच सदस्यों को खो दिया है। बार्न्स ATS पब्लिक एडवाइजरी राउंडटेबल (PAR) की अध्यक्ष रही हैं। वह पल्मोनरी फाइब्रोसिस कोएलिशन के आउटरीच व प्रोग्राम सपोर्ट पूर्व उपाध्यक्ष और fluidIQ की सह-संस्थापक हैं।
ATS के बारे में बताएं तो यह 1905 में स्थापित दुनिया की अग्रणी मेडिकल सोसाइटी है जो विभिन्न विषयों में सहयोग, शिक्षा एवं समर्थन के जरिए रेस्पिरेटरी हेल्थ सुधारने के लिए समर्पित है। सोसाइटी के 133 देशों में 16,000 से अधिक सदस्य हैं। यह मुख्य रूप से वैज्ञानिक खोजों, पेशेवर विकास, वैश्विक स्वास्थ्य और रोगी देखभाल पर केंद्रित हैं।
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