पील क्षेत्रीय पुलिस ने टोरंटो के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसे हिंसा भड़काने के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग करते हुए और प्रदर्शन तथा हिंसा की घटनाओं के बाद साथी प्रदर्शनकारियों को सिख मंदिरों पर धावा बोलने के लिए उकसाते हुए देखा गया था।
पुलिस ने बताया कि उसने टोरंटो से रणेंद्र लाल बनर्जी (57 ) को गिरफ्तार किया है। बनर्जी पर कनाडा की आपराधिक संहिता की धारा 319 (1) के विपरीत नफरत को सार्वजनिक रूप से उकसाने का आरोप लगाया गया है। बाद में उसे सशर्त रिहा कर दिया गया। अब बनर्जी को ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में पेश होना है।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि किचनर के 24 वर्षीय अरमान गहलोत और 22 वर्षीय अर्पित के खिलाफ मौत या शारीरिक नुकसान पहुंचाने की धमकी देने, हथियार से हमला करने की साजिश रचने और हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं।
पुलिस उन लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है जिनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि उन्हें कानूनी सलाह लेने और खुद को पेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
Additional Arrests and Charges Following November 4 Demonstrations in Brampton.
— Peel Regional Police (@PeelPolice) November 8, 2024
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पील क्षेत्रीय पुलिस ने एक बयान में कहा कि कनाडाई चार्टर ऑफ राइट्स एंड फ्रीडम के अनुसार वह किसी भी व्यक्ति के विरोध के अधिकार का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हिंसा का कोई भी कार्य, हिंसा की धमकी या बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम उन लोगों के सहयोग की सराहना करते हैं जो इन घटनाओं के दौरान शांतिपूर्ण रहे।
इस बीच टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने शिविरों का संचालन करने वाले अपने कर्मचारियों के सदस्यों के लिए खतरे की आशंका के कारण इस महीने के अंत में होने वाले कुछ पेंशनभोगियों के शिविर रद्द कर दिये हैं।
पुलिस ने जनता से जांच को सुविधाजनक बनाने के लिए कोई भी वीडियो या अन्य जानकारी साझा करने का आग्रह किया है। हिंदू सभा ने हिंसा भड़काने के आरोप में अपने पुजारी को भी निलंबित कर दिया है।
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