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NGO का दावा : बॉट जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स ब्रिटेन के चुनाव में नफरत फैला रहे हैं

NGO ग्लोबल विटनेस (Global Witness ) ने पाया कि 4 जुलाई को वोटिंग से पहले X (पहले ट्विटर) पर 10 संदिग्ध बॉट प्रोफाइल ने 60,000 से अधिक मेसेज शेयर किए हैं। इनमें हिंसक घृणा भाषण, इस्लामोफोबिया, यहूदी विरोधी भावना, समलैंगिक विरोधी भावना और ट्रांसफोबिया शामिल हैं।

बॉट प्रोफाइल कंप्यूटर द्वारा चलाए जाते हैं, लेकिन उन्हें मानव-चालित अकाउंट की तरह दिखने के लिए प्रोग्राम किया गया है। / Pexels

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद के लिए चार जुलाई को चुनाव होने वाला है। एक निगरानी जांच से पता चला है कि आम चुनाव प्रचार के दौरान बॉट-जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स ने हजारों पोस्ट में 'ग़लत जानकारी और नफरत' फैलाई जो अनुमानित रूप से 150 मिलियन बार देखे गए।

NGO ग्लोबल विटनेस (Global Witness ) ने पाया कि 4 जुलाई को वोटिंग से पहले X (पहले ट्विटर) पर 10 संदिग्ध बॉट प्रोफाइल ने 60,000 से अधिक मेसेज शेयर किए हैं। इनमें हिंसक घृणा भाषण, इस्लामोफोबिया, यहूदी विरोधी भावना, समलैंगिक विरोधी भावना और ट्रांसफोबिया शामिल हैं। बॉट प्रोफाइल कंप्यूटर द्वारा चलाए जाते हैं, लेकिन उन्हें मानव-चालित अकाउंट की तरह दिखने के लिए प्रोग्राम किया गया है। यह जानकारी इस चेतावनी के बाद आई है कि इस साल दुनिया भर के प्रमुख चुनावों को साइबर-टेक्नोलॉजी खासकर AI में तेजी से हुई प्रगति और प्रमुख देशों के बीच बढ़ते तनाव से खतरा हो सकता है।

ब्रिटेन के उप प्रधान मंत्री ऑलिवर डाउडेन ने 30 जून को चेतावनी दी थी कि रूस जैसे देश देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। ग्लोबल विटनेस के अभियान प्रमुख एवा ली ने X और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपने प्लेटफॉर्म को साफ करने और 'लोकतंत्र को लाभ से पहले रखने' का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम सब यह जानते हैं कि ऑनलाइन राजनीतिक चर्चा अक्सर जहरीली होती है। लेकिन जब हम सोशल मीडिया पर जाते हैं, तो हम मानते हैं कि हम देख रहे हैं कि असली लोग क्या सोचते हैं। जब बातचीत किसी ऐसे व्यक्ति से प्रभावित हो सकती है जिसने बॉट को विभाजन फैलाने या किसी खास पार्टी को सत्ता में लाने के लिए भुगतान किया है। यह हमारे लोकतंत्र को खतरा है।

ग्लोबल विटनेस के शोधकर्ताओं ने जलवायु परिवर्तन और माइग्रेशन पर पोस्ट और हैशटैग की तलाश करके संदिग्ध बॉट अकाउंट के नमूने की पहचान की। ये दो ऐसे मुद्दे हैं जो अक्सर गलत सूचनाओं के शिकार होते हैं। इस टीम ने 22 मई को यूके चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद के हफ्तों में इन मुद्दों पर प्रतिदिन सैकड़ों पोस्ट करने वाले कम से कम 10 प्रोफाइल की पहचान की और उनकी निगरानी की।

NGO के अनुसार आठ प्रोफाइल खुले तौर पर राजनीतिक थे, जो अपने प्रोफाइल चित्र के रूप में पार्टी के लोगो का इस्तेमाल करके या नियमित रूप से पार्टी के कंटेंट या हैशटैग को दोबारा पोस्ट करके स्पष्ट रूप से किसी विशेष पार्टी के पक्ष या विपक्ष में खड़े थे। हालांकि इस रिपोर्ट में यह साबित नहीं हुआ है कि ब्रिटेन की किसी भी पार्टी ने अपने चुनाव प्रचार के भाग के रूप में इन बॉट्स को भुगतान किया है, इस्तेमाल किया है या उनका प्रचार किया है।

ग्लोबल विटनेस ने कहा कि संदिग्ध खातों द्वारा साझा की गई सामग्री अत्यंत चरमपंथी थी। कुछ ने यहूदी विरोधी भावना और ट्रांसफोबिया फैलाया। कुछ का दावा है कि जलवायु परिवर्तन एक 'छल' है, टीकों ने 'नरसंहार' किया है।' 10 प्रोफाइल में से एक को हाल ही में हटा दिया गया था, लेकिन ग्लोबल विटनेस के अपने निष्कर्ष जारी करने के बाद अन्य नौ सक्रिय रहे। इसने X से इन खातों की जांच करने का आग्रह किया। ग्लोबल विटनेस ने X से 'लोकतांत्रिक बहस को हेरफेर से बचाने' में अधिक निवेश करने की भी मांग की।

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