अमेरिका में हाल ही में नेवार्क से सनीवेल तक भारतीय ज्वैलरी व्यवसायों को निशाना बनाया गया। सशस्त्र डकैतियों की एक श्रृंखला के कारण लाखों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ। इसे लेकर व्यापारियों और स्थानीय समुदाय में व्यापक दहशत फैल गई है। संकट की इस घड़ी में समुदाय के नेता अजय भुटोरिया ने मेयर लैरी क्लेन, डिप्टी मेयर मुरली श्रीनिवासन, पुलिस प्रमुख फान न्गो, अंतरिम शहर प्रबंधक टिम किर्बी और एआईए नेतृत्व टीम के साथ सभी प्रभावित ज्वैलरी कारोबारियों को एकजुट किया।
भुटोरिया ने कहा कि मैं इस संकट के दौरान अटूट समर्थन के लिए मेयर लैरी क्लेन, डिप्टी मेयर मुरली श्रीनिवासन, फान न्गो, टिम किर्बी और कॉनी वी के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूं। समुदाय की चिंताओं को दूर करने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने में उनका सहयोग और समर्पण महत्वपूर्ण रहा है।
यह बैठक कैलिफोर्निया में भारतीय स्वामित्व वाली PNG ज्वैलर्स में 12 जून को 20 से ज्यादा संदिग्धों द्वारा घुसपैठ करने की घटना के बाद हुई है। डकैती के दौरान ही सनीवेल डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक सेफ्टी के अधिकारियों को शोरूम पर भेजा गया था। इसमें शामिल संदिग्धों ने ज्वैलरी डिस्प्ले केस तोड़ने के लिए हथौड़े और उपकरणों का इस्तेमाल किया था। पुलिस PNG डकैती मामले में शामिल पांच संदिग्धों को पकड़ने में कामयाब रही। जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह मई में सनीवेल में एक ज्वैलरी स्टोर में हुई एक पिछली डकैती से जुड़ा है या नहीं।
भुटोरिया ने क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ काम करने और जल्दी गिरफ्तारी करने के लिए सनीवेल पुलिस विभाग को धन्यवाद दिया। भुटोरिया ने कहा कि हमारे व्यवसायों को अब राहत महसूस हो रही है क्योंकि उन्हें सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं। इस स्थिति ने हमारे समुदाय की ताकत और लचीलापन और संकट के समय मजबूत नेतृत्व के महत्व को दिखाया है।
PNG डकैती की घटना से पहले डकैतों के एक गिरोह ने 29 मई को नेवार्क में स्थित भिंडी ज्वैलर्स में घुसपैठ की थी। इसी तरह की एक घटना 4 मई को सनीवेल, कैलिफोर्निया के पड़ोसी शहर में हुई थी। इस घटना के दौरान कम से कम 10 नकाबपोश डकैतों ने एक दुकान में धावा बोल दिया और डिस्प्ले केस तोड़ना शुरू कर दिया।
पिछले पांच वर्षों से भारतीय-अमेरिकी महिलाएं चेन स्नैचिंग का शिकार हो रही हैं। ये घटनाएं अक्सर पार्कों और उपनगरीय सड़कों पर दिनदहाड़े होती हैं। भारतीय महिलाओं को इसलिए निशाना बनाया जाता है क्योंकि वे जो सोना पहनती हैं वह अधिक शुद्धता का होता है। यह आमतौर पर 18 से 22 कैरेट का होता है, जबकि अमेरिका में 14 कैरेट का सोना आम है।
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