दुनिया भर में त्योहारों का मौसम पूरे जोरों पर शुरू हो गया है। और रोशनी का त्योहार दिवाली उत्सव के केंद्र में है। इस दिवाली के लिए बार्बी डॉल ने अनीता डोंगरे द्वारा डिजाइन किया गया लहंगा पहना है। परंपरा और आधुनिकता के साथ उत्सव के अवतार में यह एक जीवंत सांस्कृतिक प्रतीक का प्रदर्शन करता है।
भारतीय फैशन हाउस, हाउस ऑफ अनीता डोंगरे की संस्थापक अनीता ने वैश्विक फैशन बाजार में अपना नाम जमाया है। उनका लक्ष्य ग्रामीण जगत की महिला कलाकारों को सशक्त बनाना और भारत के अनूठे शिल्प कौशल को बचाना है।
शानदार 'मिडनाइट ब्लूम' लहंगा पहने नवीनतम बार्बी डॉल के साथ अनीता ने अपने विशिष्ट शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया है। डोंगरे के सभी डिजाइनों की तरह इस प्रतीक में भी जटिल विवरण और उत्तम कलात्मकता है।
सीमित-संस्करण वाली गुड़िया प्रामाणिकता पत्र के साथ-साथ पोजिंग और प्रदर्शन के लिए एक स्टैंड के साथ उपलब्ध है। यह बार्बी अकेले खड़ी नहीं हो सकती। इस विशिष्ट संग्रह के हरेक पीस में एक निजी स्पर्श जोड़ते हुए रंग और सजावट थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। बार्बी संस्करण की वैश्विक रिलीज से पहले अनीता ने बताया कि उनके बचपन के समय भारत में बार्बी का विपणन नहीं किया जाता था।
अनीता ने कहा कि हर किसी बच्ची की तरह मैं भी छोटी गुड़ियों के साथ खेलती थी। वह मेरे बचपन का बहुत अभिन्न हिस्सा था। हम तीन बहनें थीं और हमने अपनी गुड़िया साझा कीं। हमने उनके साथ बहुत सारे नाटक-अभिनय किए। गुड़ियों के साथ भूमिका निभाने से ढेर सारी संभावनाओं की दुनिया खुल जाती है।
अनीता ने बताया कि मैंने पहली बार किसी गुड़िया के लिए कुछ डिजाइन किया है। वह भी मैटल जैसी कंपनी के लिए। डोंगरे समझाती हैं- एक गुड़िया के लिए डिजाइन करना एक वास्तविक इंसान लिए डिजाइन करने से काफी अलग है। चूंकि पैमाना छोटा है इसलिए हर विवरण अधिक सटीक और विचारशील होना चाहिए। तब प्रक्रिया अधिक अंतरंग लगती है।
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