लॉस एंजिल्स के चीनो हिल्स में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर की तरफ से पहली बार राजनयिक दिवाली महोत्सव मनाया गया। दिवाली का जश्न मनाने और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित समारोह में 15 से अधिक देशों के राजनयिक मिशन और संगठन शामिल हुए।
आयोजन महंत स्वामी महाराज के वसुधैव कुटुम्बकम दृष्टिकोण की भावना से प्रेरित था। कार्यक्रम की शुरुआत महावाणिज्य दूतों, राजनयिकों और प्रतिनिधियों के पारंपरिक तरीके से माला, लाइव संगीत और जलपान के साथ स्वागत से हुई। सैन बर्नार्डिनो काउंटी के पर्यवेक्षक कर्ट हैगमैन ने चीनो हिल्स सिटी और सैन बर्नार्डिनो काउंटी में राजनयिकों का स्वागत किया। इसके बाद सभी को भ्रमण कराते हुए हिंदू वास्तुकला, मंदिर के इतिहास और महत्व की जानकारी दी गई।
बताया गया कि अमेरिकी विदेश विभाग से क्वाड टीम लीडर मैट कावेकी ने उद्घाटन भाषण देते हुए कहा कि मैं दिवाली के त्योहार के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। ऐसे कार्यक्रम आपसी सम्मान और समझ को बढ़ावा देती हैं। मैं लॉस एंजिल्स में राजनयिक समुदाय के लिए दिवाली समारोह आयोजित करने के लिए बीएपीएस को धन्यवाद देता हूं।
शाम का मुख्य आकर्षण अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के स्वामी प्रधान पी. ब्रह्मविहारीदास स्वामी का संबोधन रहा। उन्होंने दिवाली पर विशेष संदेश देते हुए जीवन में प्रकाश, शांति और सद्भाव का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि आपका जीवन शानदार है, चमकदार है और ग्लैमर से भरपूर है लेकिन हम जानते हैं कि आप इस मुकाम तक पहुंचने के लिए, विचारों को सहेजने के लिए, अधिक सद्भाव पैदा करने के लिए और देशों व संस्कृतियों को एक साथ लाने के लिए आप कितनी मेहनत करते हैं। आपने निजी बलिदान देकर और व्यक्तिगत विचारधाराओं को छोड़कर यह सुनिश्चित किया है कि हम एक सुरक्षित और समझदार दुनिया बनाएं। यही सद्भाव और भावना दिवाली का त्योहार दर्शाता है।
कार्यक्रम का समापन सैन फ्रांसिस्को में भारत के उप महावाणिज्य दूत राकेश अदलखा के संबोधन से हुआ। अदलखा ने कहा कि दिवाली जैसे आयोजन हमें एक-दूसरे की संस्कृतियों और देशों की परंपराओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं। ये आपसी समझ सद्भाव और एकता को बढ़ावा देती है।
वैश्विक सद्भाव के संदेश और 2026 में लॉस एंजिल्स में फीफा विश्व कप व 2028 में ओलंपिक्स व पैरालंपिक्स की मेजबानी की उम्मीद के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। मेहमानों ने बीएपीएस के मिशन और बीएपीएस मंदिर की प्रशंसा की।
अमेरिका से विदेश विभाग, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, पेरू, लॉस एंजिल्स विश्व मामलों की परिषद के अलावा हंगरी, स्विट्ज़रलैंड, पोलैंड, स्लोवाकिया, आर्मीनिया, केन्या, टोगो, भारत, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, ओशिनिया, फ़िजी आदि के राजनयिक मिशनों और संगठनों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login