अमेरिका में जॉर्जिया के डिस्ट्रिक्ट 48 में स्टेट सीनेट के लिए उम्मीदवार अश्विन रामस्वामी ने अमेरिका में भारतीय अमेरिकियों और दक्षिण एशियाई मूल के लोगों पर बढ़ते हमलों को लेकर चिंता जताई है। अश्विन रामस्वामी ने कहा 'मैं भारतीय अमेरिकियों और दक्षिण एशियाई मूल के लोगों के खिलाफ किए जा रहे भेदभावपूर्ण हमलों की कड़ी निंदा करता हूं।'
हाल के कुछ घटनाक्रम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 'रिपब्लिकन द्वारा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को ‘DEI hire’ कहना या उनके नस्ल के आधार पर उन पर हमला करना। जीओपी सम्मेलन में हिंदू अमेरिकी उषा वान्स और सिख अमेरिकी हरमीत ढिल्लों पर नस्लीय हमले हमारे लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं।'
रामस्वामी ने कहा कि 'एक हिंदू अमेरिकी होने के नाते मैं अपनी धार्मिक परंपराओं के मूल्यों को जानता हूं जो अंतर को स्वीकार करते हैं और विभिन्न दृष्टिकोणों का स्वागत करते हैं। यह दृष्टिकोण मैं अपने जिले में लाना चाहता हूं और पूरे जॉर्जिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रोत्साहित करना चाहता हूं।'
भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट अश्विन रामस्वामी जॉर्जिया राज्य सीनेट के लिए अपने अभियान में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। इस साल की शुरुआत में रामस्वामी ने तब इतिहास रच दिया जब वह पहले भारतीय-अमेरिकी और ग्रीन जेड उम्मीदवार बने और राज्य सीनेट के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीती।
24 वर्षीय स्टैनफोर्ड स्नातक ने जिला 48 में सीट को पलटने के अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव सुरक्षा में अपनी संघीय नौकरी छोड़ दी। उनके अभियान के एक बयान के अनुसार, यह जिला जॉर्जिया सीनेट में सबसे प्रतिस्पर्धी सीट है और जॉर्जिया डेमोक्रेट के लिए सबसे अच्छा अवसर है। हाल ही में रामस्वामी के अभियान का समर्थन सीनेटर जॉन ओसोफ और जॉर्जिया के 7वें कांग्रेस जिले की सांसद लुसी मैकबाथ ने किया है। इसके अलावा रामस्वामी 2024 के डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन की प्रमाणपत्र समिति में सेवा देने वाले चार जॉर्जियाई लोगों में से एक हैं।
भारतीय मूल के अश्विन अमेरिका में जॉन्स क्रीक के रहने वाले हैं। वो ऐसे प्रवासी परिवार से हैं, जो सार्वजनिक सेवा और वकालत के लिए समर्पित हैं। एक सिविल सेवक के रूप में रामस्वामी ने साइबर सुरक्षा और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा एजेंसी (CISA) में साइबर सुरक्षा और चुनाव सुरक्षा पर काम किया है। उन्होंने 2020 और 2022 के चुनावों को सुरक्षित करने के लिए राज्य और स्थानीय चुनाव कार्यालयों के साथ काम किया। अगर वह जीत जाते हैं तो जॉर्जिया विधानमंडल में पहले भारतीय-अमेरिकी बनकर इतिहास रचेंगे। वो जॉर्जिया में पहले जेन जेड राज्य सीनेटर होंगे और कंप्यूटर विज्ञान और कानून की डिग्री रखने वाले जॉर्जिया के एकमात्र राज्य विधायक होंगे।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login