जॉर्जिया स्टेट सीनेट के लिए अश्विन रामास्वामी का अभियान तेज गति से जारी है। मौजूदा शॉन स्टिल के खिलाफ रेस में वह अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। शॉन को 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश के लिए जॉर्जिया में डोनाल्ड ट्रंप के साथ दोषी ठहराया गया है। नवीनतम सार्वजनिक अभियान वित्त रिपोर्ट के अनुसार, अश्विन ने 280,000 डॉलर से अधिक फंड जुटाए हैं। उनके पास 208,000 डॉलर नकद हैं।
अश्विन रामास्वामी ने 1 फरवरी से 30 अप्रैल तक अपने प्रतिद्वंद्वी शॉन स्टिल को 22:1 से पीछे छोड़ दिया है। इस दौरान अश्विन ने 146,000 डॉलर से अधिक जुटा लिए थे। वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी शॉन स्टिल केवल 6,400 डॉलर ही इकट्ठा कर पाए थे।
रामास्वामी का कहना है कि नवीनतम रिपोर्ट इस बात का सबूत हैं कि हमारा समुदाय हमारे नेतृत्व में ईमानदारी और इंटीग्रिटी को सबसे ऊपर महत्व देता है। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अभूतपूर्व गति के साथ एक जमीनी स्तर पर अभियान तैयार किया है। मकसद ये है कि हम एक ऐसे नेता का चुनाव करें जो हमारे समुदायों की सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण सेवा कर सके। इनमें हमारे स्कूलों को फंड करना, छोटे व्यवसायों का समर्थन करना, भविष्य की तकनीक के लिए तैयार करना और वोट देने के अधिकार की रक्षा करना शामिल है।
रामास्वामी का कहना है कि हमारा समुदाय शॉन स्टिल के भीतर नेतृत्व और इंटिग्रिटी की कमी को कभी नहीं भूलेगा, जब उन्होंने 2020 में जॉर्जियाई लोगों के वोटों को पलटने की कोशिश की। रामास्वामी के मुताबिक, अनुभव काफी मायने रखता है। यह स्पष्ट है कि शॉन के पास अभी भी गलत तरह का अनुभव है।
अश्विन के प्रचार अभियान का जॉर्जिया के सातवें कांग्रेस जिले की सांसद लुसी मैकबेथ ने भी समर्थन किया है। लुसी मैकबेथ का कहना है कि मैं जिला 48 के लिए अश्विन रामास्वामी की ऐतिहासिक बोली का समर्थन कर रही हूं। उनके पास राज्य विधायिका में जॉर्जियाई लोगों के लिए लड़ने का नजरिया और अनुभव है। यह सीट जॉर्जिया सीनेट में सबसे अधिक अहम है, जो इसे यहां के डेमोक्रेट्स के लिए खास अवसर बनाती है।
लुसी मैकबेथ ने कहा कि अश्विन के प्रतिद्वंद्वी सीनेटर शॉन स्टिल वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप के लिए 2020 के चुनाव के परिणामों को पलटने की साजिश में अभियोग का सामना कर रहे हैं। एसडी 48 के लोग एक नेता चाहते हैं, न कि एक साजिश करने वाला। एक ऐसा साजिशकर्ता जो तमाम आरोपों का सामना कर रहा है। मैकबेथ ने कहा कि अश्विन हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम करेंगे।
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