मैकडॉनल्ड्स और एपीआईए स्कॉलर्स की तरफ से एशियाई अमेरिकी स्टूडेंट्स को प्रदान की जाने वाली स्कॉलरशिप ने कई स्टूडेंट्स की जिंदगी बदल दी है। उनकी सफलता की कहानियां अगली पीढ़ी के छात्रों के लिए प्रेरणा बन रही हैं।
साल 2025 के स्कॉलरशिप प्रोग्राम के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 21 जनवरी को समाप्त हो गई है। जिन छात्रों ने स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया है, उन्हें जल्द ही परिणाम की घोषणा का इंतजार है।
इस स्कॉलरशिप से पिछले कुछ वर्षों में कई स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिली है। डेज़ी पान्हिलासन और शनाय देसाई जैसे स्टूडेंट इसके उदाहरण हैं।
प्रवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाली डेज़ी ने संघर्षों के बावजूद अपनी पढ़ाई जारी रखी और अब वह एक सफल इंजीनियर हैं। वहीं, शनाय ने भी अपने परिवार की आर्थिक तंगी को पार करते हुए अपने सपनों को साकार किया है।
कुछ समय पहले मैकडॉनल्ड्स एपीए नेक्स्ट समिट का आयोजन किया गया था। इसमें इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम और छात्रों की सफलता पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस इवेंट में मशहूर अभिनेत्री मिंग-ना वेन (मैंडलोरियन) और रमोना यंग (नेवर हैव आई एवर) ने स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा के महत्व और करियर के लक्ष्य प्राप्त करने के तरीकों पर मार्गदर्शन दिया।
मैकडॉनल्ड्स की पब्लिक रिलेशन्स अकाउंट कोऑर्डिनेटर गुएनेवेर चिन ने बताया कि यह स्कॉलरशिप प्रोग्राम न सिर्फ छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है बल्कि उन्हें एक मंच भी देता है जहां वे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ छात्रों को आर्थिक मदद देना नहीं है बल्कि उन्हें एक ऐसे समुदाय से जोड़ना है जो उनके सपनों को पूरा करने में मदद कर सके।
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