भारत और जमैका से ताल्लुक (मूल) रखने वाली अमेरिकी न्यायाधीश तान्या चुटकन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनाव हस्तक्षेप मामले की सुनवाई कर रही हैं। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने चुटकन को यह निर्धारित करने का काम सौंपा है कि मामले में ट्रम्प की कौन सी कार्रवाई आधिकारिक थी और कौन सी निजी।
पूर्व संघीय न्यायाधीश और बर्कले न्यायिक संस्थान के कार्यकारी निदेशक जेरेमी फोगेल ने कहा कि चुटकन को 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल पर हमले से पहले अपने समर्थकों के लिए ट्रम्प के सार्वजनिक बयानों का भी विश्लेषण करना चाहिए। न्यायाधीश तान्या का काम तत्काल रूप से यह स्पष्ट करना है कि किस पर मुकदमा चलाया जा सकता है और किस पर नहीं।
कौन हैं तान्या चुटकन
चुटकन को 2014 में कोलंबिया जिले के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के जिला न्यायालय में नियुक्त किया गया था। किंग्स्टन, जमैका में जन्मी तान्या ने जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में बी.ए. और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल से जे.डी. की उपाधि हासिल की। पेन लॉ में उन्होंने लॉ रिव्यू के एसोसिएट एडिटर के रूप में काम किया और लीगल राइटिंग फेलो के रूप में भी काम किया है।
पूर्व राष्ट्रपति ओबामा द्वारा नियुक्त चुटकन को 6 जनवरी के कैपिटल दंगों से संबंधित संघीय मामलों में उनके दृढ़ फैसलों के लिए पहचाना जाता है, जिसमें ट्रम्प समर्थकों पर 2020 के चुनाव परिणामों को बाधित करने का आरोप लगाया गया था।
वर्ष 2021 में न्यायाधीश चुटकन ने कांग्रेस समिति को व्हाइट हाउस में अपने प्रशासन के समय के व्यापक रिकॉर्ड प्राप्त करने से रोकने के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के प्रयासों को अवरुद्ध कर दिया था। तब बतौर न्यायाधीश उन्होंने कहा था- राष्ट्रपति राजा नहीं हैं, और वादी राष्ट्रपति नहीं हैं।
खबरों के मुताबिक न्यायाधीश चुटकन ने उनके सामने पेश हुए 31 प्रतिवादियों में से प्रत्येक को किसी न किसी प्रकार की सजा सुनाई है। इन कार्यवाहियों के दौरान पर्याप्त सजा सुनाने में वह विशेष रूप से सरल रही हैं।
तान्या का इंडिया कनेक्शन
तान्या चुटकन का जन्म 1962 में किंग्स्टन, जमैका में हुआ था। उनके पिता विंस्टन चुटकन इंडो-जमैकन डॉक्टर हैं और मां नोएल अफ़्रीकी-जमैकन।
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