28 जनवरी को नॉर्वेजियन पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट (FHI) ने अपनी रिसर्च में पाया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) उन महिलाओं की पहचान करने में सक्षम है, जिनमें स्तन कैंसर विकसित होने का जोखिम है। एआई तकनीक ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम महिलाओं की पहले ही पहचान करने में सक्षम है।
FHI, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय और वाशिंगटन विश्वविद्यालय के पांच शोधकर्ताओं को एक व्यावसायिक रूप से उपलब्ध AI प्रोग्राम तक पहुंच दी गई, जिसके माध्यम से 2004 से 2018 के बीच नॉर्वे के डिटेक्शन प्रोग्राम में शामिल 1,16,495 महिलाओं की मैमोग्राफी का पुनः विश्लेषण किया गया। इन महिलाओं में से कुल 1,607 महिलाओं को स्तन कैंसर हुआ।
एआई तकनीक
यह एल्गोरिद्म न केवल उन महिलाओं की पहचान करने में सक्षम था, जिनमें स्तन कैंसर का खतरा अधिक था, बल्कि यह भी निर्धारित कर सकता था कि कौन सा स्तन जोखिम में है, और वह भी कैंसर के निदान से चार से छह साल पहले।
डिटेक्शन प्रोग्राम और AI प्रोजेक्ट की प्रमुख सोलविग हॉफविंड ने कहा, "हमने पाया कि जिस स्तन में कैंसर विकसित हुआ, उसका AI स्कोर दूसरे स्तन की तुलना में लगभग दोगुना था। यह अध्ययन दिखाता है कि बाजार में उपलब्ध AI एल्गोरिद्म का उपयोग अधिक व्यक्तिगत डिटेक्शन प्रोग्राम विकसित करने के लिए किया जा सकता है।"
महिलाओं में स्तन कैंसर आम बात
FHI ने कहा कि AI का उपयोग स्तन कैंसर का जल्द पता लगाने, लागत कम करने और जोखिमग्रस्त आबादी को अधिक प्रभावी ढंग से लक्षित करने के लिए किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2022 में 6,70,000 महिलाओं की मृत्यु स्तन कैंसर के कारण हुई, जो अधिकांश देशों में महिलाओं में सबसे आम प्रकार का कैंसर है।
नॉर्वेजियन डिटेक्शन प्रोग्राम ने पिछले वर्ष 1,40,000 महिलाओं को शामिल करते हुए एक परियोजना शुरू की थी, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि क्या AI कैंसर के मामलों का निदान करने में रेडियोलॉजिस्ट्स के समान प्रभावी या उनसे बेहतर हो सकता है।
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