आदित्य बिड़ला समूह ने टेक्सास में एक अत्याधुनिक मैन्यूफैक्चरिंग एवं अनुसंधान व विकास केंद्र में 50 मिलियन डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य हरित, टिकाऊ तथा कॉर्पोरेट की पर्यावरणीय जिम्मेदारी पर जोर देने वाले समाधान प्रदान करना है।
भारत के इस बहुराष्ट्रीय समूह की तरफ से ये घोषणा मैरीलैंड के नेशनल हार्बर में 10वें सेलेक्ट यूएसए इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान की गई। शिखर सम्मेलन 23 जून से 26 जून तक आयोजित किया गया था।
NEWS @AdityaBirlaGrp plans to establish a state-of-the-art manufacturing and R&D center in Texas with the goal of bringing greener, more sustainable, performance-oriented solutions that underline corporate environmental responsibility! Congrats from @SelectUSA ️ pic.twitter.com/Y999zNFRoK
— SelectUSA (@SelectUSA) June 25, 2024
इस वर्ष का शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे बड़ा समिट था, जिसमें 87 अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के अलावा 56 राज्यों व क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 5,000 से अधिक लोगों ने रिकॉर्ड भागीदारी की थी। सभी ने एफडीआई समुदाय को प्रभावित करने वाले प्रमुख विषयों पर आयोजित सत्रों और निजी नेटवर्किंग का लाभ उठाया।
समिट में आदित्य बिड़ला समूह के वाइस प्रेसिडेंट (बिक्री व मार्केटिंग) स्कॉट बैशन ने जानकारी देते हुए बताया कि 50 मिलियन डॉलर का यह निवेश ह्यूस्टन के बाहर टेक्सास के ब्यूमोंट में होगा, जहां विभिन्न उपभोक्ता एवं औद्योगिक उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले एपॉक्सी रेजिन का उत्पादन किया जाएगा।
बैस्टियन ने कहा कि साइट पर एप्लीकेशन डेवलपमेंट सेंटर और आरएंडडी टीम भी होगी। हमें 15-20 महीनों में साइट चालू होने की उम्मीद है। इसके अलावा हम हरित समाधान, टिकाऊ समाधान पेश करने के लिए भी तत्पर हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि हम एपॉक्सी बिजनेस का वैश्विक विस्तार करने जा रहे हैं।
बैस्टियन ने आदित्य बिड़ला ग्रुप की भारत के अलावा थाईलैंड और यूरोप में पहले से मजबूत उपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका में एपॉक्सी बिजनेस का यह चौथा विस्तार होगा। यह 35 एकड़ की साइट के विस्तार का पहला चरण है। आने वाले वर्षों में और विस्तार किया जाएगा।
अमेरिका एवं विदेश वाणिज्यिक सेवा विभाग के महानिदेशक और वैश्विक बाजारों के वाणिज्यिक सहायक सचिव अरुण वेंकटरमन ने आदित्य बिड़ला समूह की तरफ से टेक्सास में किए जा रहे इस निवेश की तारीफ की और इसे नए बिजनेस आकर्षित करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण बताया।
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