ADVERTISEMENTs

अडानी ग्रुप के भविष्य पर संकट के बादल गहराए, प्रमुख क्रेडिट एजेंसियों ने रेटिंग घटाई

एसएंडपी, फिच और मूडीज ने अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों के बाद उसका आउटलुक डाउनग्रेड कर दिया है।

अडानी की भारत और विदेश में कई परियोजनाओं पर वित्तीय खतरा मंडरा रहा है। / REUTERS/Francis Mascarenhas/File

करीब 265 मिलियन डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में घिरे अडानी ग्रुप को नया झटका देते हुए दो और प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने उसकी रेटिंग घटा दी है। 

एसएंडपी ने अडानी पोर्ट्स, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी इलेक्ट्रिसिटी का आउटलुक डाउनग्रेड कर दिया है। ऐसा अमेरिकी आरोपों के बाद भारत समेत कई देशों में अडानी ग्रुप की परियोजनाओं की समीक्षा के बाद किया गया था। 

मूडीज रेटिंग्स ने अडानी पोर्ट्स और अडानी ग्रीन सहित अडानी की सात कंपनियों के लिए आउटलुक को स्थिर से नकारात्मक कर दिया है। उसका कहना है कि अमेरिकी आरोपों के बाद ग्रुप की फंडिंग कमजोर होने और ंपूंजीगत लागत में बढोतरी की आशंका है। 

रेटिंग एजेंसी फिच ने अमेरिकी अभियोग का हवाला देते हुए अडानी समूह के बॉन्ड्स का आउटलुक कम करने के संकेत दिए हैं। फिच ने एक बयान में कहा है कि उसने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड, अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के कुछ बॉन्ड्स को 'वॉच नेगेटिव' पर रखा था, जो डाउनग्रेड की बढ़ती आशंका का संकेत हैं।

फिच ने अडानी के चार सब्सिडियरी सीनियर अनसिक्योर्ड बॉन्ड्स की रेटिंग को स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दिया है। उसने कहा है कि वह ग्रुप समूह की वित्तीय स्थिति और फंडिंग में किसी भी गिरावट पर नजर रखेगा और उसके हिसाब से आगे की रेटिंग तय करेगा।  

अमेरिकी आरोपों के बाद अडानी ग्रुप की भारत और अन्य देशों में परियोजनाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने समूह के साथ बिजली खरीद सौदे को निलंबित करने की घोषणा कर दी है। इसके बाद तेलंगाना सरकार ने भी ग्रुप की तरफ से दिए गए 100 करोड़ रुपये के डोनेशन को खारिज कर दिया है। 

श्रीलंका में बंदरगाह विकास के लिए 55 करोड़ डॉलर से अधिक का कर्ज देने पर सहमत हुई एक अमेरिकी एजेंसी ने कहा है कि वह गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों के प्रभाव की समीक्षा कर रही है। श्रीलंका सरकार ने भी देश में अडानी की परियोजनाओं पर असर की समीक्षा शुरू कर दी है।  

टोटलएनर्जीज ने अडानी की कंपनियों में निवेश के लिए अतिरिक्त रकम देने पर फिलहाल रोक लगा दी है। अडानी ने बयान में कहा है कि उसकी टोटलएनर्जीज के साथ किसी नए वित्तीय समझौते पर बातचीत नहीं चल रही थी। 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related