न्यूजीलैंड में ऑकलैंड बैंक के पूर्व कर्मचारी 25 वर्षीय आयुष अरोड़ा की जिंदगी जुए की लत की वजह से तबाह हो गई। कर्ज की वजह से वह इस लत का शिकार हो गया। आरोप है कि कथित तौर पर आयुष ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड बैंकिंग ग्रुप लिमिटेड (ANZ) से 262,000 डॉलर का गबन किया। अरोड़ा को घर में नजरबंदी और बैक को प्रति हफ्ते 130 डॉलर वापस करने का आदेश दिया गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोप है कि अरोड़ा ने घर से काम करते हुए एक महीने में 15 धोखाधड़ी वाले लोन को मंजूरी दी। ANZ बैंक ने जुलाई 2023 जब ऑडिट किया तो इस गबन का पता चला। इसके बाद आयुष अरोड़ा को अक्टूबर 2023 में गिरफ्तार कर लिया गया।
अदालत में पेश तथ्यों में कहा गया है कि अरोड़ा ने तुरंत 47,000 डॉलर लौटा दिए जो उन्होंने खर्च नहीं किए थे। लेकिन बाकी 215,000 डॉलर उन्होंने ऑकलैंड में स्काई सिटी कैसीनो में जुआ खेलते हुए गंवा दिए। पुलिस प्रॉसिक्यूटर सैम ने कहा कि अरोड़ा पुलिस के साथ सहयोग कर रहे थे और बैंक ने भी हिरासत में नहीं भेजने की सजा का समर्थन किया था।
सैम का कहना है कि आयुष का इरादा जुआ खेलकर अपने कर्ज का भुगतान करना था, लेकिन यह संभव नहीं हुआ। वह जानता था कि यह गलत था और वह अपने करियर को खतरे में डाल रहा था। लेकिन वह इतना कर्ज और दबाव में था, उसे लगा कि यह उसका जीवन बचाने का यह आखिरी तरीका है।
अरोड़ा के वकील ह्युक वू ने कोर्ट में तर्क दिया कि सामुदायिक हिरासत सबसे अच्छा परिणाम होगा। उन्होंने कहा कि उनका मुवक्किल युवा है और जीवन में आई समस्या को हल करने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहा था। यह सही है कि अरोड़ा ने वास्तव में गंभीर अपराध किया है। लेकिन वह इसकी भरपाई के लिए तैयार है।
इसके बाद जज बेल ने कम्युनिटी डिटेंशन अनुरोध को खारिज कर दिया, लेकिन घर में नजरबंदी की मंजूरी दे दी। उन्होंने इस अपराध को 'विश्वास का घोर उल्लंघन' बताया। कोर्ट ने कहा कि आपने जो कदम उठाने शुरू किए हैं, उनकी सराहना की जानी चाहिए, लेकिन आपको एक लंबा रास्ता तय करना है।
कोर्ट को आयुष के वकील ने कहा कि वह तुरंत क्षतिपूर्ति में 2500 डॉलर का भुगतान कर सकते हैं। जज ने इसे मंजूर करते हुए बाकी रकम को किश्तों में भुगतान करने का आदेश दिया। कोर्ट ने आदेश दिया कि अरोड़ा के साप्ताहिक भुगतान का एक वर्ष में पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा, जिससे यह देखा जा सके कि क्या उन्हें बढ़ाया जा सकता है।
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