नासा ने अपने 'पावर टू एक्सप्लोर' स्टूडेंट चैलेंज प्रतियोगिता के फाइनलिस्ट का ऐलान कर दिया है। इनमें भारतीय मूल के आद्या कार्तिक भी शामिल हैं। कार्तिक ने ग्रेड 5-8 श्रेणी में अपनी जगह बनाई है।
नासा के अंतरिक्ष यात्री स्टीफन बोवेन ने स्टूडेंट चैलेंज के लिए नौ फाइनलिस्ट्स के नामों की घोषणा की। इनमें कार्तिक अपनी श्रेणी के टॉप-3 परफॉर्मर्स में शामिल हैं। सेमीफाइनल राउंड में 45 प्रतिभागी पहुंचे थे, जिनमें से 9 को फाइनल के लिए चुना गया है।
Today, @NASA_Astronauts' Stephen Bowen announces the finalists of @NASA’s 2024 Power to Explore Challenge writing competition! K-12 students were challenged to imagine how their personal “superpowers” would energize radioisotope-powered science missions: https://t.co/WOmInwKCd5 pic.twitter.com/WXUhBaQSw0
— NASA's Glenn Research Center (@NASAglenn) April 8, 2024
रेडमंड के रहने वाले कार्तिक ने 'डेस्टिनी: ए जर्नी ऑफ रेजिलिएशन' नाम का निबंध लिखा था। यह निबंध शनि के चंद्रमाओं की खोज के लिए गए अंतरिक्ष यान कैसिनी की विरासत के बारे में था।
लगभग दो दशकों तक खोजी अभियान को अंजाम देने के बाद नासा ने 2017 में अंतरिक्ष यान को रिटायर कर दिया था। संभवतः शनि के चंद्रमाओं से कैसिनी के खराब हो जाने की वजह से यह फैसला लिया गया था।
अपने निबंध में कार्तिक ने 2015 में कैसिनी फ्लाईबाई के दौरान शनि के पांचवें सबसे बड़े चंद्रमा टेथिस पर देखे गए लाल आर्क के बारे में लिखा था। उन्होंने बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा की एकजैसी विशेषताओं से भी उसकी तुलना की थी।
कार्तिक ने लिखा था कि कैसिनी की विरासत अब तक जिंदा है क्योंकि इसके द्वारा की गई खोजों का अभी भी वैज्ञानिक समुदाय अध्ययन कर रहा है, खासतौर से शनि के कई चंद्रमाओं पर इसके द्वारा किए गए शोध अब भी वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय बने हुए हैं।
अमेरिकी नौसेना के पूर्व मरीन बोवेन ने फाइनल में पहुंचने वाले प्रतिभागियों को उनके अनूठे विचारों के लिए बधाई दी। उन्होंने वीडियो में कहा कि यह छात्रों के लिए उन मिशनों को साझा करने का एक अवसर था, जिनके बारे में वह मानते हैं कि रेडियो आइसोटोप पावर सिस्टम द्वारा उसे बढ़ाया या संभव बनाया जा सकता है। पावर टु एक्सप्लोर प्रतियोगिता के सभी फाइनलिस्ट को बधाई।
इस प्रतियोगिता के लिए लगभग 1787 आवेदन मिले थे। इनमें से नौ फाइनलिस्टों को नासा के रेडियो आइसोटोप पावर सिस्टम्स (आरपीएस) पुरस्कार और आरपीएस विशेषज्ञ के साथ एक्सक्लूसिव सेशन का मौका मिलेगा। फाइनल के विजेता की घोषणा 17 अप्रैल को होगी। उसे ओहियो के क्लीवलैंड स्थित नासा के ग्लेन रिसर्च सेंटर की यात्रा करने का अवसर मिलेगा।
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