भारतीय मूल के सिंगापुर के आठ साल के अश्वथ कौशिक क्लासिकल शतरंज में किसी ग्रैंडमास्टर को हराने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। अश्वथ ने रविवार को स्विट्जरलैंड में बर्गडोर्फर स्टेडथॉस ओपन टूर्नामेंट में पोलैंड के 37 साल के शतरंज ग्रैंडमास्टर जासेक स्टोपा को करारी शिकस्त दी है।
बता दें कि इससे पहले पिछला रेकॉर्ड कुछ ही हफ्ते पहले बना था। सर्बिया के लियोनिड इवानोविच ने बेलग्रेड ओपन में बुल्गारिया के 60 साल के ग्रैंडमास्टर मिल्को पोपचेव को हराया था। हालांकि इवानोविच की उम्र अश्वथ से कुछ महीने अधिक है।
अश्वथ का कहना है कि मुझे अपने खेल पर और मैंने जैसा प्रदर्शन किया उस पर गर्व है, विशेषकर तब जब मैं एक समय बहुत खराब स्थिति में था लेकिन वहां से वापसी करने में कामयाब रहा। अश्वथ के पिता श्रीराम कौशिक ने कहा कि उनके बेटे की स्टॉपा पर जीत मेरे जीवन के सबसे गौरवपूर्ण क्षणों में से एक थी।
फिडे विश्व रैंकिंग में दुनिया के 37,338वें नंबर के खिलाड़ी अश्वथ 2017 में सिंगापुर गए थे। सिंगापुर के ग्रैंडमास्टर और सिंगापुर शतरंज महासंघ के सीईओ केविन गोह ने अश्वथ की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि उसके पिता ने खेल में बेटे को काफी सपोर्ट किया।
गोह के मुताबिक अश्वथ एक समर्पित खिलाड़ी है। निश्चित रूप से उसमें नैसर्गिक प्रतिभा है। यह देखना बाकी है कि वह कितनी दूर तक जा सकता है। उनका कहना है कि उम्र बढ़ने के साथ लड़के की रुचि बदल सकती है। लेकिन हम अश्वथ के बेहतर भविष्य को लेकर आशांवित हैं। गोह के अनुसार, अश्वथ का अगला लक्ष्य अपनी रेटिंग में सुधार करना और शतरंज में उम्मीदवार मास्टर का खिताब अर्जित करना है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login