आमतौर पर लाइटहाउस के बारे में माना जाता है कि ये समुद्र के किनारे ऊंची-ऊंची लंबाई में खड़े होकर अपने प्रकाश से नाविकों और राहगीरों को रास्ता दिखाते हैं। समुद्र के तूफानों का सामना करते हुए ये राहगीरों की मदद करते हैं उन्हें समुद्र में भटकने से बचाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका एक पर्यटक आकर्षण भी हैं? आइए देश में कुछ प्रमुख लाइटहाउस के बारे में जानने का प्रयास करते हैं।
विझिंजम लाइटहाउस, केरल : यह अपने सुंदर और जीवंत सफेद और लाल बैंड के लिए जाना जाता है। इसे कोवलम बीच पर दूर से देखा जा सकता है। यह 35 मीटर लंबा है और कुरुकल पहाड़ी की चोटी पर है। यह जगह हरे-भरे ऊंचे पेड़ों, चट्टानी पहाड़ियों और लहरों के साथ बेहद सुंदर दिखता है। इस प्रकार यह पिकनिक के लिए एक बेहतर स्थान है। आप सांप नुमा सीढ़ी का उपयोग करके शीर्ष पर जा सकते हैं। इसके लिए आपसे कोई फीस भी नहीं ली जाएगी।
फोर्ट अगुआडा लाइटहाउस, गोवा : भारत के सबसे पुराने लाइटहाउसों में से एक गोवा के फोर्ट अगुआडा का यह सफेद रंग का बेलनाकार लाइटहाउस है। पुर्तगालियों ने इस किले को 1609-1612 के दौरान बनवाया था। ताकि वे मंडोवी नदी के जरिए गोवा में प्रवेश करने वाले जहाजों पर निगरानी रख सकें। किले के भीतर 19वीं सदी में लाइट हाउस का निर्माण किया गया था। यह लाइटहाउस किले पर ही मौजूद है। आप लाइटहाउस के अंदर नहीं जा सकते हैं। लेकिन किला अपने आप में एक शानदार स्थान है। यह गोवा के सबसे रोमांटिक स्थानों में से एक माना जाता है।
द्वारका लाइटहाउस, गुजरात : भारत का एक और कालातीत लाइटहाउस गुजरात में द्वारका के रूपेन क्रीक में है। यह 19 वीं शताब्दी में बनाया गया था और अभी भी खड़ा है। यह अपने आकार के कारण गुजरात के अन्य सभी लाइटहाउस से अलग है। यह एक विशिष्ट बेलनाकार नहीं है, बल्कि यह घनाकार आकार का है। यह सफेद और काले रंग का है जो नीले पानी के साथ आश्चर्यजनक दृश्य उत्पन्न करता है। इसके बीच पर अनेक प्राकृतिक संपदाएं भी हैं। बीच की सुंदरता और स्वच्छता के कारण यहां समुद्री जीव भी स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं। इसलिए यहां लोग अधिक आते हैं।
महाबलीपुरम लाइटहाउस, तमिलनाडु : यह औपनिवेशिक काल में निर्मित एक पुराना लाइटहाउस है और 2011 में पर्यटकों के लिए खोला गया था। यह एक कार्यशील लाइटहाउस नहीं है, लेकिन पर्यटक न्यूनतम शुल्क चुकाकर अंदर जा सकते हैं और शहर के दृश्य, हरियाली और नीले पानी को देख सकते हैं।
केप बीच लाइटहाउस, कर्नाटक : केप बीच कर्नाटक के उडुपी शहर से 12 किमी दूर मुलूर नामक एक छोटे से गांव में स्थित है। चूंकि यह समुद्र तट पर्यटकों के भीड़-भाड़ से दूर है, इसलिए यह आपकों शांतिपूर्ण बहतरीन समय देगा। आपको यहां काफी शांतिपूर्ण अहसास होगा। यह समुद्र तट के बीच में स्थित है और प्राकृतिक चमत्कारों के साथ बहुत सुंदर दिखता है। इस लाइटहाउस का निर्माण 1901 में हुआ था। यह आज उस समय की वास्तुकला की याद दिलाता है। इस लाइटहाउस के शीर्ष पर चढ़कर आपको पूरा सागर दिखाई पड़ेगा। इस अनुपम नजारे का दृश्य आपको जीवन भर याद रहेगा।
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