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विज्ञान की दुनिया के 4 उभरते भारतीय सितारों का पेन स्टेट ने किया सम्मान

पेन स्टेट के सबसे प्रतिष्ठित वार्षिक स्नातक छात्र मान्यता पुरस्कारों का उद्देश्य शिक्षण, अनुसंधान, सेवा और अन्य शैक्षणिक कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्नातक छात्रों को मान्यता प्रदान करना है।

पेन स्टेट यूनिवर्सिटी ने अकैडमिक एक्सिलेंस के लिए किरण भास्कर, अर्जुन जनार्दनन, मयूरा धामधेरे और दिव्या सिंह को सम्मानित किया है। / साभार सोशल मीडिया

पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी ने विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए 40 स्नातकों को सम्मानित किया है। इनमें भारतीय मूल के चार स्टूडेंट किरण भास्कर, अर्जुन के. जनार्दनन, मयूरा धमधेरे और दिव्या सिंह शामिल हैं। 

पेन स्टेट के सबसे प्रतिष्ठित वार्षिक स्नातक छात्र मान्यता पुरस्कारों का उद्देश्य शिक्षण, अनुसंधान, सेवा और अन्य शैक्षणिक कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्नातक छात्रों को मान्यता प्रदान करना है।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट कर रहे किरण भास्कर को लिथियम आयन बैटरी की परफॉर्मेंस बढ़ाने और उसे सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। उन्होंने Wabtec Corporation के साथ साझेदारी में यह शोध किया है। इसका मकसद बैटरी पैक में विद्युत एवं थर्मल दोषों की पहचान करना, उन्हें दूर करने की तकनीक विकसित करने के अलावा बैटरी की परफॉर्मेंस और उम्र बढ़ाने की रणनीति तैयार करना है।

वास्तुकला में मास्टर्स के छात्र अर्जुन के. जनार्दनन को बाल्टीमोर में शहरी ऊर्जा गरीबी पर उनके काम के लिए मान्यता मिली है। स्पैशिएल एनालिटिक्स के इस्तेमाल से जनार्दनन का शोध ऊर्जा की खपत को प्रभावित करने वाले सोशिया स्पैशिएल संबंधों पर इनसाइट्स प्रदान करता है। साथ ही बिजली बिलों का भुगतान करने की कम आय वाले परिवारों की क्षमता पर भी गहन जानकारी देता है। इससे योजनाकारों, नीति निर्माताओं और डिजाइनरों को निर्णय लेने में मदद मिलती है।

मयूरा धमधेरे को क्लिनिकल व ट्रांसलेशनल साइंसेज में डुअल टाइटल के साथ बायोमेडिकल विज्ञान में डॉक्टरेट कर रही हैं। उन्हें बच्चों को प्रभावित करने वाले कैंसर न्यूरोब्लास्टोमा की वजहों को समझने में शोध के लिए सम्मानित किया गया है। मयूरा का काम न्यूरोब्लास्टोमा को फैलाने वाले जेनेटिक रेगुलेटर की पहचान से संबंधित है। इससे मरीजों के इलाज में मदद मिलती है।

फिजिक्स में डॉक्टरेट कैंडिडेट दिव्या सिंह को गुरुत्वाकर्षण तरंगों के जरिए डार्क मैटर का पता लगाने के अभूतपूर्व शोध के लिए मान्यता दी गई है। सिंह की खोज से पता चलता है कि ब्लैक होल और न्यूट्रॉन सितारों से निकलने वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगें किस तरह डार्क मैटर की गुत्थियों को सुलझाने में मदद कर सकती हैं। 

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